CBSE Practical Exam Date: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सत्र 2024-25 के लिए कक्षा 10वीं और 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी किया है। सर्दियों में संचालित होने वाले स्कूलों के लिए प्रैक्टिकल परीक्षाएं, प्रोजेक्ट कार्य और आंतरिक मूल्यांकन 5 नवंबर से 5 दिसंबर 2024 के बीच आयोजित किए जाएंगे।
यह निर्णय इन स्कूलों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे जनवरी में बंद रहते हैं और सामान्य शेड्यूल का पालन नहीं कर सकते। भारत और विदेशों के अन्य सभी संबद्ध स्कूलों में ये परीक्षाएं 1 जनवरी 2025 से प्रारंभ होंगी। यह समय-सारणी छात्रों और शिक्षकों को पर्याप्त समय देती है परीक्षाओं की तैयारी के लिए।
अंक अपलोड करने की प्रक्रिया और समय सीमा
सीबीएसई ने सर्दियों के स्कूलों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे प्रैक्टिकल परीक्षाओं के अंक उसी दिन से अपलोड करना शुरू करें, जिस दिन परीक्षाएं आरंभ होती हैं। यह प्रक्रिया परीक्षा की अंतिम तिथि से पहले पूरी की जानी चाहिए। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि वह किसी भी देरी के लिए समय सीमा में विस्तार नहीं देगा।
यह कड़ा निर्देश सुनिश्चित करता है कि मूल्यांकन प्रक्रिया समय पर पूरी हो और परिणाम घोषणा में कोई विलंब न हो। स्कूलों को इस प्रक्रिया को गंभीरता से लेना होगा और समय प्रबंधन पर विशेष ध्यान देना होगा।
थ्योरी परीक्षाओं का कार्यक्रम
सीबीएसई की कक्षा 10वीं और 12वीं की थ्योरी परीक्षाएं 15 फरवरी 2025 से प्रारंभ होंगी। हालांकि, विस्तृत डेटशीट अभी जारी नहीं की गई है। बोर्ड ने आश्वासन दिया है कि वह जल्द ही इसे प्रकाशित करेगा। यह जानकारी छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए महत्वपूर्ण है,
क्योंकि इससे वे परीक्षा की तैयारी के लिए अपना समय सही ढंग से नियोजित कर सकेंगे। थ्योरी परीक्षाओं की तिथियों की घोषणा से स्कूल भी अपने शैक्षणिक कैलेंडर को अंतिम रूप दे सकेंगे और छात्रों को पर्याप्त समय मिलेगा रिवीजन के लिए।
स्कूलों के लिए महत्वपूर्ण निर्देश
सीबीएसई ने सभी संबद्ध स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे परीक्षा संचालन और मूल्यांकन प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से पूरा करें। यह सुनिश्चित करने के लिए है कि परीक्षा प्रक्रिया सुचारू रूप से चले और परिणाम समय पर घोषित किए जा सकें। स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा
कि प्रैक्टिकल परीक्षाएं निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरी हों और अंक समय पर अपलोड किए जाएं। इसके अलावा, स्कूलों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि छात्रों को परीक्षा के लिए पर्याप्त तैयारी का मौका मिले और उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
छात्रों और अभिभावकों के लिए सुझाव
इस घोषणा के साथ, छात्रों और अभिभावकों को अपनी तैयारी की रणनीति बनानी चाहिए। प्रैक्टिकल परीक्षाओं पर विशेष ध्यान देना महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये अंक अंतिम परिणाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। छात्रों को अपने प्रोजेक्ट कार्य को समय पर पूरा करना चाहिए और नियमित अभ्यास करना चाहिए।
अभिभावकों को अपने बच्चों की प्रगति पर नज़र रखनी चाहिए और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें अतिरिक्त सहायता प्रदान करनी चाहिए। साथ ही, स्वास्थ्य और मानसिक कल्याण पर भी ध्यान देना महत्वपूर्ण है, ताकि छात्र तनाव-मुक्त होकर परीक्षाओं में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें।
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