Share Market: नमस्कार दोस्तों! आज के व्यापार में Sensex और Nifty बेहद उतार-चढ़ाव के बाद लगभग सपाट बंद हुए। मेटल और पावर सेक्टर के कमजोर प्रदर्शन ने बाजार पर दबाव बनाया। हालांकि, कुछ क्षेत्रों ने स्थिरता बनाए रखी। यह संकेत देता है कि निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और अपने पोर्टफोलियो का मूल्यांकन करना चाहिए। बाजार की ताजा खबरों के लिए अंत तक अवश्य पढ़ें।
Sensex-Nifty का प्रदर्शन
Share Market के प्रमुख सूचकांक Sensex-Nifty ने मंगलवार को उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बाद फ्लैट नोट पर दिन का समापन किया। सेंसेक्स 67.30 अंक या 0.09% की गिरावट के साथ 78,472.87 पर बंद हुआ। दिनभर के दौरान यह 142.38 अंक या 0.18% गिरकर 78,397.79 के निचले स्तर तक पहुंचा। निफ्टी ने भी 25.80 अंक या 0.11% की गिरावट दर्ज करते हुए 23,727.65 पर समापन किया। बाजार में निवेशकों ने सतर्कता बनाए रखी और नए आर्थिक संकेतों की प्रतीक्षा की, जिससे उतार-चढ़ाव का माहौल बना रहा।
नुकसान वाले शेयर
सेंसेक्स के 30 प्रमुख ब्लू-चिप शेयरों में से कई शेयरों ने गिरावट दर्ज की। पावर ग्रिड, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, टाइटन, टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, अदानी पोर्ट्स और इन्फोसिस उन प्रमुख कंपनियों में शामिल रहीं जिन्होंने नुकसान झेला। इन कंपनियों में गिरावट का प्रमुख कारण निवेशकों की सतर्कता और विदेशी निवेशकों द्वारा निरंतर बिकवाली रही। बाजार में स्थिरता की कमी के कारण इन शेयरों पर दबाव बना रहा।
फायदे वाले शेयर
दूसरी ओर, कुछ शेयरों ने बेहतर प्रदर्शन किया और बाजार में स्थिरता बनाए रखी। टाटा मोटर्स, ITC, नेस्ले, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), एनटीपीसी और ज़ोमैटो जैसे शेयर लाभ में रहे। इन कंपनियों की स्थिर वित्तीय स्थिति और सकारात्मक व्यापारिक दृष्टिकोण ने निवेशकों को आकर्षित किया। खासकर टाटा मोटर्स और ITC जैसी कंपनियों ने मजबूत मांग और व्यापारिक सुधार के चलते बेहतर प्रदर्शन किया।
विदेशी निवेशकों की गतिविधि
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने सोमवार को 168.71 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की। विदेशी निवेशकों की इस बिकवाली ने बाजार की धारणा पर नकारात्मक प्रभाव डाला। लगातार बिकवाली के कारण घरेलू निवेशकों पर दबाव बढ़ा और बाजार में उतार-चढ़ाव का माहौल रहा। विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी निवेशक वैश्विक आर्थिक स्थितियों और अमेरिकी डॉलर की मजबूती से प्रभावित हो रहे हैं।
एशियाई और यूरोपीय बाजारों का हाल
एशियाई बाजारों में मिश्रित रुझान देखने को मिला। शंघाई और हांगकांग के शेयर बाजारों ने सकारात्मक प्रदर्शन किया, जबकि सियोल और टोक्यो के बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। यूरोपीय बाजारों ने मिड-सेशन के दौरान बढ़त दर्ज की, जिससे यह संकेत मिला कि निवेशकों का भरोसा यूरोपीय अर्थव्यवस्था में बना हुआ है। अमेरिकी बाजार (वॉल स्ट्रीट) ने सोमवार को सकारात्मक रुख दिखाया और बढ़त के साथ कारोबार समाप्त किया।
कच्चे तेल की कीमतों में बदलाव
वैश्विक तेल बाजार में भी हलचल देखने को मिली। ब्रेंट क्रूड का मूल्य 0.62% बढ़कर 73.08 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें वैश्विक आपूर्ति चिंताओं और मांग में सुधार का संकेत देती हैं। हालांकि, इस बढ़ोतरी का असर भारतीय बाजार पर सीमित रहा, लेकिन आने वाले समय में यह घरेलू मुद्रास्फीति और व्यापार लागत पर प्रभाव डाल सकता है।
सोमवार का बाजार प्रदर्शन
सोमवार को सेंसेक्स और निफ्टी ने शानदार प्रदर्शन किया था। सेंसेक्स 498.58 अंक या 0.64% की बढ़त के साथ 78,540.17 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 165.95 अंक या 0.70% की बढ़त के साथ 23,753.45 पर बंद हुआ। सोमवार का यह प्रदर्शन निवेशकों के लिए राहत की बात थी, लेकिन मंगलवार को बाजार में आई गिरावट ने सावधानी बरतने की आवश्यकता जताई।
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